STORY SCREEN PLY DIALOGUE,DIRECTION AND CINEMATOGRAPHY BY. ASHFAQUE KHOPEKAR ARTIST JAY LODHIYA.
रिलीज हुई इस शार्ट फिल्म ने किसानो की समस्या को लोगो के सामने ईमानदार तरीके से रखा है। 5 मिनट की इस फिल्म मे किसानो की तीन बडी समस्या का पर्दाफाश किया है।इस फिल्म मे 18 साल की उम्र के जय लोधीयाने 45 साल के परेशान किसान की भूमिका बडी सहजता से निभाई है।इस फिल्म के अभिनय के लिए जय को दादासाहेब फाल्के फिल्म फाॅन्डेशन 2017 का पुरस्कार प्राप्त हुआ है।
Ashfaque Khopekar
अफरीन म्युजिक के बैनर पर बनी इस फिल्म की कथा पटकथा संवाद लेखन, डायरेक्शन और सिनेमेटोग्राफी “आशफाक खोपेकर”ने की है । इस मार्मिक कथा का फिल्मांकन सराहनीय है ।सोशल मीडिया पर इस फिल्म के आने से किसान आन्दोलन को मददगार साबित हो रही है । इस फिल्म मे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी के भाषण को बेहतर तरीके से पेश किया गया है ।किसान की समस्या को उजागर करने वाली इस फिल्म को देखने पर किसान की आज के दैनिय हालत का पता चलता है ।आशफाक खोपेकर की फिल्मो मे अक्सर समाज की समस्या को दर्शाया जाता है । The Delayed justice, Democracy Leader. ये फिल्मे सोशल मीडिया पर रिलीज हो गई है ।