एबीसीडी का मतलब यह नहीं कि इस गीत के जरिए सिर्फ बच्चों को टारगेट पर लिया गया है। यह एक डांस नंबर है जो बच्चों के साथ-साथ यूथ के लिए भी है। दरअसल, सिंगर गैरी ने जब कुछ बच्चों को एबीसीडी सिखाने का प्रयास किया, तो सिखाते-सिखाते उनकी गुनगुनाहट भी जुबां पर आने लगी। तब गायक ने तय किया कि एबीसीडी को ही एक गीत का रूप दिया जाए जिसमें मस्ती और धमाल भी हो। इसमें रैप भी और थोड़ा पॉप भी। गैरी की नज़र में यह गीत फुल मस्ती भरा है, जिसे आप क्लब डांस भी कह सकते हैं, पर यह गीत हर ज़ोनर या कहें कि हर मूड की फीलिंग देगा और यह बच्चों को ही नहीं, युवाओं को भी थिरकने पर मजबूर कर देगा।